बिहार पंचायत चुनाव

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बिहार पंचायत चुनाव को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. राज्य के 300 पंचायतों में मुखिया और सरपंच नहीं चुना जाएगा. यह फैसला राज्य सरकार के नगर पंचायत बनाने के कारण हुआ है. बता दें कि सरकार ने 103 नए नगर पंचायत बनाने का निर्णय किया गया है.  बिहार में 2021 में पंचायत चुनाव प्रस्तावित है. चुनाव आयोग के साथ-साथ प्रशासनिक स्तर पर भी इसकी तैयारियां चल रही है. संभावना जतायी जा रही है कि मार्च से मई के बीच पंचायत चुनाव होंगे . चुनाव से पहले ही ये तय हो गया है कि 300 से अधिक मुखिया फिर से ताल नहीं ठोक पाएंगे.


इसका कारण ये कि बिहार में नये नगर पंचायत, नगर परिषद व नगर निगम के गठन की कवायद से पंचायत चुनाव का गणित प्रभावित हो गया है. बिहार सरकार के फैसले से राज्य के कई पंचायतों का भूगोल बदल रहा है. इतना ही नहीं त्रिस्तरीय पंचायतों के 10 हजार से अधिक जनप्रतिनिधियों की छुट्टी तय हो गई है.

मुखिया , सरपंच , पंचायत समिति सदस्य , वार्ड सदस्य , वार्ड पंच का क्षेत्र नगर निकायों में समाहित हो जाएगी. दरअसल, सरकार ने 103 नये नगर पंचायतों के गठन को मंजूरी दी है. इस कारण दो सौ से अधिक पंचायत नगर पंचायत क्षेत्र में बदल जाएंगे. इसी तरह आठ नए नगर परिषद के सृजन के साथ ही 32 नगर पंचायतों को अपग्रेड कर नगर परिषद बना दिया गया है.


ऐसे में सीधे तौर पर 60 पंचायत नये नगर परिषद क्षेत्र में चले जाएंगे. इसके अलावा 32 नगर पंचायत को अपग्रेड नगर परिषद बनाने के कारण 40 से अधिक पंचायतें नहीं रहेंगी. यही नहीं, पांच नये नगर निगम बनने के कारण भी 20 से 50 पंचायतों का अस्तित्व नहीं रहेगा. इससे करीब 300 से अधिक मुखिया फिर से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. मिली जानकारी के अनुसार बिहार में होली के बाद कभी भी पंचायत इलेक्शन का ऐलान किया जा सकता है. बिहार मेंं हो रहे पंचायत चुनाव में मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति और वार्ड सदस्ययों के लिए मतदान होगा. पंचायत चुनाव को लेकर आयोग ने खास तैयारी की है.

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ये है कारण– बिहार में 60 पंचायत नये नगर परिषद क्षेत्र में चले जाएंगे. इसके अलावा 32 नगर पंचायत को अपग्रेड नगर परिषद बनाने के कारण 40 से अधिक पंचायतें नहीं रहेंगी. यही नहीं, पांच नये नगर निगम बनने के कारण भी 20 से 50 पंचायतों का अस्तित्व नहीं रहेगा. इससे करीब 300 से अधिक मुखिया फिर से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.


सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा पंचायत चुनाव कराये जाने और उस पर होने वाले करीब 450 करोड़ के बजट के प्रस्ताव पर जल्द स्वीकृति मिल जायेगी. आयोग द्वारा पंचायत आम चुनाव को लेकर करीब 300 करोड़ का बजट प्रस्ताव सरकार को भेजा था.


प्रमंडलवार होगा इलेक्शन– बिहार में पंचायत चुनाव 9 चरणों में होने की संभावना है. राज्य में चुनाव आयोग प्रमंडल के अनुसार मतदान कराने की तैयारी में है. बिहार में पंचायत चुनाव बैलैट पेपर की जगह ईवीएम से कराया जाएगा. बिहार में ऐसा पहली बार होगा, जब मुखिया का चुनाव ईवीएम से कराया जाएगा.


12 जनवरी तक बनेगा मतदाता सूची– बिहार पंचायत चुनाव, 2021 को लेकर वार्डवार मतदाता सूची 12 जनवरी तक तैयार हो जाएगी. 13 से 18 जनवरी के बीच प्रारूप मतदाता सूची की छपाई (मुद्रण) व 19 को मतदाता सूची का प्रकाशन होगा. बता दें कि इस बार बिहार पंचायत चुनाव बैलेट पेपर की जगह ईवीएम से होगा.